Saturday, January 24, 2015

हँसते मुस्कुराते चेहरे

देखा है जब भी लोगों को हसते  हुए

गुदगुदी होती है दिल में

उनकी ख़ुशी को देखकर

उनके गाल की लाली से

मन करता है

थोड़ी देर  थम कर

हस लूँ उनके साथ

शामिल होऊं उनकी ख़ुशी में

वहीं रूक कर खो जाऊँ

ये हँसते मुस्कुराते चेहरे भी न

बहुत कुछ कह जाते हैं

और तुम

तुम्हारी हँसी  तो

मेरे लिए दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत चीज है

तुम ,तुम वो जो
आते जाते मुझे सड़क पे मिलते हो

तुम ,तुम वो जो

कभी पेड़ की छाओं में
अकेले खड़े किसी पल में खोये रहते हो

तुम ,तुम वो जो
कभी कभी अनायास ही
मेरे ख्यालों में घूमते रहते हो

तुम ,तुम वो जो
अपनी हसी में ही इतने खूबसूरत हो



आशा है
तुम यूँ ही मुस्कुराते  रहोगे

जिंदगी के ये उठते बैठते  भवर के बीच

और फैलाते रहोगे

खुशियाँ आस पास


1 comment:

Anant said...

Reading has brought smile on face,
beautiful poem.

Keep writing..........